पेजावर मठ के प्रमुख विश्वेश तीर्थ स्वामी का 88 वर्ष की आयु में 29 दिसंबर, 2019 को उडुपी में निधन हो गया।
उन्हें पूर्णप्रज्ञा विद्यापीठ में दफनाया गया जिसकी स्थापना उन्होंने बंगलुरू में की थी।
विश्वेश तीर्थ स्वामी सुधारक के रूप में जाने जाते थे और उन्होंने परंपरा को आधुनिकता से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। वे रामजन्मभूमि आंदोलन से भी जुड़े हुये थे।
पेजावर अधोक्षजा मठ के बारे में
पेजावर अधोक्षजा मठ की स्थापना श्री मध्वाचार्य ने की थी जो 13वीं शताब्दी में द्वैतवाद के प्रणेता थे।
मध्वाचार्य ने सर्वप्रथम उडुपी में नेत्रवती नदी के किनारे प्रख्यात कृष्ण मंदिर का निर्माण करवाया और उसके पश्चात आठ मठों की स्थापना की जो ‘अष्ठ मठ’ के नाम से जाना जाता है।
पेजावर अधोक्षजा मठ इन्हीं आठ मठों में से एक है जो उडुपी के कृष्ण मंदिर के चारों ओर अवस्थित है। श्री अधोक्षजा तीर्थ पेजावर मठ के प्रथम आचार्य थे जबकि तीर्थ स्वामी 33वें पीठाधिपति थे।