- राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (एनपीसी) वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग और आंतरिक व्यापार विभाग के तहत एक स्वायत्तशासी पंजीकृत सोसायटी है। एनपीसी 12 फरवरी को अपना 61वां स्थापना दिवस मना रही है।
- इस वर्ष का विषय (Theme) है – उत्पादकता और स्थिरता के लिए सर्कुलर अर्थव्यवस्था (Circular Economy for Productivity & Sustainability)।
- राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद (एनपीसी) वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग और आंतरिक व्यापार विभाग के तहत एक स्वायत्तशासी पंजीकृत सोसायटी है।
- एनपीसी अपने स्थापना दिवस को उत्पादकता दिवस के रूप में मनाती है और यह 12 से 18 फरवरी 2019 तक राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह का भी आयोजन कर रही है।
- इस वर्ष का विषय उपयोग को आवृत्ति बनाने के लिए सर्कुलर व्यापार मॉडल के लिए एक विशिष्ट अवसर का प्रतिनिधित्व करता है। एक कुशल सर्कुलर अर्थव्यवस्था की शुरूआत से उद्योग और हितधारक वर्तमान में भी और भविष्य में भी लाभान्वित होंगे। उद्घाटन सत्र में सरकार के स्थायी आर्थिक प्रगति के लक्ष्य में सर्कुलर अर्थव्यवस्था के योगदान के बारे में विचार-विमर्श किया जाएगा।
- 12 से 18 फरवरी के बीच आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय स्तर के समारोह में सर्कुलर अर्थव्यवस्था के लागू होने से चुनौतियों, लाभों और परिणामों के बारे में विशेषज्ञों द्वारा पैनल चर्चा आयोजित की जाएगी। परिकल्पना की गई है कि सर्कुलर अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण के बारे में जागरूकता और जानकारी सत्र के परिणामों में शामिल होंगे। नई दिल्ली में किये जाने वाले आयोजन के अलावा कोलकाता, चेन्नई, गुवाहाटी, भुवनेश्वर और चंडीगढ़ में स्थित 13 क्षेत्रीय निदेशालयों में भी राज्य सरकारों, राज्य सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों और व्यवसायों के समन्वय में सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। पूरे देश में फैली 23 स्थानीय उत्पादकता परिषदें भी कार्यशालाओं का आयोजन कर रही हैं।
- उत्पादन, व्यापार, स्वायत्तशासी निकायों, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों और फिक्की जैसे शीर्ष संस्थानों और उद्योग संघों से उत्पादकता सप्ताह मनाने का अनुरोध किया गया है।
- सर्कुलर अर्थव्यवस्था परिमित्त स्टॉक को नियंत्रित तथा नवीकरणीय संसाधन प्रवाह को संतुलित करके प्राकृतिक पूंजी के संरक्षण और वृद्धि के सिद्धांतों का पालन करती है। अन्य सिद्धांत तकनीकी तथा जैविक उपक्रमों में सर्वकालीन उच्च उपयोगिता में उत्पादों, घटकों की आवृत्ति करके संसाधनों के अधिक से अधिक उपयोगिता का सुझाव देते हैं। सर्कुलर व्यवस्था में उत्पादकता बढ़ाने और नौकरियों का सृजन करने की क्षमता है। यह कार्बन उत्सर्जन कम करने और बहुमूल्य कच्चे माल का संरक्षण भी करती है। यह बेहतर डिजाइन और सर्विसिंग के माध्यम से उत्पाद जीवन अवधि का विस्तार करती है। इसके अलावा संसाधनों का उपयोग अधिक निपुणता से करते हुए सप्लाई श्रृंखलाओं के अंत से शुरूआत तक कचरे को स्थानांतरण करती है। वास्तव में यह संसाधनों का अधिक कुशलता से ज्यादा उपयोग करती है। रणनीति और प्रक्रिया में सर्कुलर अर्थव्यवस्था के सिद्धातों को एकीकृत करने के लिए एनपीसी उत्पादकता बढ़ाने में ऐसे प्रयासों को आगे बढ़ाने में अग्रणीय है। इस सप्ताह के अवलोकनों के माध्यम से इसका उद्देश्य व्यापार जगत और नीति निर्माताओं के साथ सहयोग करना है, ताकि सर्कुलर अर्थव्यवस्था के अवसरों को उजागर किया जा सके।