भारतीय वायु सेना (आईएएफ ) के स्क्वाड्रन लीडर रवि खन्ना का नाम इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में अंकित कर लिया गया है।
वे वर्ष 1990 में जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट में आतंकवादी हमले में शहीद हो गये थे।
कथित रूप से जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के संस्थापक यासीन मलिक ने स्क्वाड्रन लीडर खन्ना और वायु सेना के तीन अन्य कर्मियों की हत्या की थी।
रवि खन्ना को 27 गोलिया मारी गयी थीं। यासीन मलिक के खिलाफ मुकदमा जम्मू में फिर शुरू हुआ है फ़िलहाल वह जेल में बंद है ।
वायुसेना के अधिकारी के मुताबिक रवि खन्ना का नाम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में पहले शामिल नहीं हो पाया था, अब यह गलती सुधार ली गई है।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक
- नई दिल्ली में इंडिया गेट स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, युद्ध में शहीद रक्षाकर्मियों को समर्पित है। तीनों सशस्त्र सेनाओं के अनुमोदन के बाद शहीद सैनिकों के नाम युद्ध स्मारक में अंकित किये जाते हैं।
- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 25 फरवरी 2019 को एक औपचारिक समारोह के दौरान राष्ट्र को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक समर्पितकिया था ।
- नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, जवानों के लिए एक उचित श्रद्धांजलि है, जिन्होंने आजादी के बाद देश की रक्षा के लिए अपना जीवन उत्सर्ग कर दिया।
- राष्ट्रीय युद्ध स्मारक उन सैनिकों का भी स्मरण करता है जिन्होंने शांतिवाहिनी मिशनों और अराजकता विरोधी अभियानों में सर्वोच्च बलिदान दिया था।
- प्रधानमंत्री ने 2014 में, एक अत्याधुनिक विश्व स्तरीय स्मारक के रूप में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का अपना विज़न प्रस्तुत किया था।
- राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के विन्यास में चार संकेंद्री वृत्त शामिल हैं, जिनके नाम हैं ‘अमर चक्र’, ‘वीरता चक्र’, ‘त्याग चक्र’ और ‘रक्षक चक्र’।
- राष्ट्रीय युद्ध स्मारक परिसर में एक केंद्रीय चतुष्कोण स्तंभ, एक शाश्वत लौ, और भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना द्वारा लड़ी गई प्रसिद्ध लड़ाइयों को दर्शाती छह कांस्य भित्ति चित्र शामिल हैं।