- महाराष्ट्र सरकार ने भारतीय नौसेना का सेवानिवृत्त पोत आईएनएस विराट को तैरता समुद्री संग्रहालय बनाएगा।
- राज्य कैबिनेट ने 1 नवंबर, 2018 को इसके लिए एक प्रस्ताव को मंजूरी दी।
- आईएनएस विराट विश्व का प्राचीनतम विमान वाहक पोत है जो वर्ष मार्च 2017 में सेवानिवृत्त हुआ।
- इस संग्रहालय का निर्माण 852 करोड़ रुपए की लागत से पब्लिक-प्राइवेट भागीदारी के आधाार पर की जाएगी।
- इस संग्रहालय का मुख्य उद्देश्य अगली पीढ़ी को भारतीय नौसेना के इतिहास के बारे में जानकारी देना तथा समुद्री सेवाओं के बारे में प्रेरणा प्रदान करना है।
- यह संग्रहालय राज्य के सिंधुदुर्ग जिला में निवाती रॉक तट से 7 नॉटिकल मील की दूरी पर स्थित होगा।
- इस संग्रहालय में समुद्री जीवन की झांकी भी प्रदर्शित की जाएगी।
- उल्लेखनीय है कि आईएनएस विराट को 1987 में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। यह लगभग सभी नौसेना ऑपरेशन में हिस्सा लिया है। जैसे कि ऑपरेशन जुपिटर (1988 में श्रीलंका में शांति स्थापना हेतु), ऑपरेशन विजय (1999 में कारगिल में), ऑपरेशन पराक्रम (2001 में संसद पर हमला)।
- आईएनएस विराट का निर्माण 1959 में यूनाइटेड किंगडम की रॉयल नेवी के लिए ‘एचएमएस हर्म्स’ नाम से हुआ था। इसने फॉकलैंड विजय में यूके का साथ दिया।
- आईएनएस विराट 743 फुट लंबा व 160 फुट चौड़ा तथा 29 फुट ऊंचा पोत है।