न्यायमूर्ति शरद अरविन्द बोब्डे देश के 47वें प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किये गये हैं। वे 18 नवंबर को को शपथ ग्रहण करेंगे।
वर्तमान प्रधान न्यायाधीश अगले महीने की 17 तारीख को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। न्यायमूर्ति बोब्डे का कार्यकाल 17 महीने का होगा। न्यायमूर्ति बोबडे 23 अप्रैल, 2021 तक देश के प्रमुख न्यायाधीश रहेंगे।
राष्ट्रपति द्वारा उनके नियुक्ति पत्र पर दस्तखत किये जाने के बाद विधि और न्याय मंत्री ने न्यायमूर्ति बोब्डे को अगला प्रधान न्यायाधीश नियुक्त करने की अधिसूचना जारी कर दी है।
निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार न्यायमूर्ति गोगोई ने इस महीने के शुरू में विधि मंत्रालय को पत्र लिखकर सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति बोब्डे को प्रधान न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश की थी।
न्यायमूर्ति बोबडे ने 1978 में महाराष्ट्र बार काउन्सिल में पंजीकरण कराने के बाद बंबई उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ में वकालत शुरू की। उन्हें 1998 में वरिष्ठ अधिवक्ता मनोनीत किया गया। न्यायमूर्ति बोबडे की 29 मार्च 2000 को बंबई उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश पद पर नियुक्ति हुई। वह 16 अक्टूबर , 2012 को मप्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने और 12 अप्रैल 2013 को पदोन्नति देकर उन्हें उच्चतम न्यायालय में न्यायाधीश बनाया गया।