- केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने 1 जुलाई, 2019 को जल शक्ति अभियान की शुरूआत की घोषणा की।
- यह अभियान जल संरक्षण और जल सुरक्षा के लिये चलाया जा रहा है।
- मानसून मौसम के दौरान 1 जुलाई, 2019 से 15 सिंतबर 2019 तक जन भागीदारी से यह अभियान चलाया जायेगा। कुछ राज्यों के लिये अभियान का दूसरा चरण 1 अक्टूबर, 2019 से 30 नवंबर, 2019 तक चलाया जायेगा, जहां इस दौरान मानसूनी बारिश होगी। इस अभियान में पानी की कमी वाले जिलों और प्रखंडों पर जोर दिया जायेगा।
- जल शक्ति अभियान भारत सरकार और राज्य सरकारों के विभिन्न मंत्रालयों का एक सामूहिक प्रयास है, जिसका समन्वय पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा किया जा रहा है।
- इस अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिये इसमें स्कूली छात्रों, महाविद्यालय के छात्रों, स्वच्छाग्रहियों, स्वयं सहायता समूहों, पंचायती राज संस्था के सदस्यों, युवा समूहों (एनएसएस/एनवाईकेएस/एनसीसी), रक्षा कार्मिकों, पूर्व सैनिकों एवं पेंशनभोगियों के साथ-साथ अन्य समूहों को शामिल करने पर जोर दिया जा रहा है।
- अभियान के तहत जल संकट वाले देश के 36 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 255 जिलों की पहचान की गई है जिनमें 1593 जल दबाव वाले ब्लॉक स्थित हैं। इनमें 31 गंभीर जल संकट वाले ब्लॉक हैं।
- अभियान के तहत 250 जल प्रभारी नियुक्त किए गए हैं जो अतिरिक्त एवं संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी हैं। इन जल प्रभारियों को जल संकट वाले जिलों में समन्वयन के लिए तैनात किया गया है ताकि प्राकृतिक संसाधन का संरक्षण कर सकें।
- केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक ये जल प्रभारी अधिकारी, डायरेक्टर या उप सचिव स्तर के अधिकारियों, भूजल वैज्ञानिकों एवं इंजीनियरों तथा राज्य एवं जिला स्तरीय टीम के साथ कार्य करेंगेे।
- ये टीम पहचाने गए ब्लॉक एवं जिलों में जाकर वाटर हार्वेस्टिंग एवं संरक्षण उपायों के क्रियान्वयन का समन्वय करेंगे।
Nice