- भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने वर्ष 2013 में हैदराबाद के भारतीय राष्ट्रीय महासागरीय सूचना सेवा केंद्र (इनकोइस) में आईटीसीओ-ओशन (International Training Centre for Operational Oceanography: ITCOocean) की स्थापना की थी।
- इसका उद्देश्य वैज्ञानिकों, अनुसंधानकर्ताओं, सरकारी अधिकारियों, आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों, नीति निर्माताओं आदि को प्रशिक्षण प्रदान करना है। इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए आईटीसीओ-ओशन भारत और विदेश के अनेक प्रतिभागियों के लिए लघुकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहा है। बाद में हिंद महासागर के आसपास के देशों, हिंदमहासागर और अटलांटिक महासागर की सीमा से लगे अफ्रीकी देशों और छोटे द्विपीय देशों के लिए क्षमता निर्माण की नई प्रक्रियाएं विकसित करने के उद्देश्य से यूनेस्को और इसके अंतर-सरकारी महासागर विज्ञान आयोग (आईओसी) की सहायता करने के क्रम में, भारत सरकार ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के माध्यम से एक यूनेस्को श्रेणी-2 केंद्र के रूप में आईटीसीओ-ओशन स्थापित करने का प्रस्ताव किया।
- केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान, पर्यावरण एवं वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन 22 दिसम्बर, 2018 को हैदराबाद के भारतीय राष्ट्रीय महासागरीय सूचना सेवा केंद्र (इनकोइस-Indian National Centre for Ocean Information Services: INCOIS) परिसर में नवनिर्मित अंतर्राष्ट्रीय परिचालनात्मक समुद्रविज्ञान प्रशिक्षण केंद्र (आईटीसीओ-ओशन) का उद्घाटन करेंगे। डॉ० हर्ष वर्धन आईटीसीओ-ओशन को पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित करेंगे, जिन्होंने देश मे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास में महत्वपूर्ण योगदान किया था। इस अवसर पर डॉ. वर्धन शैक्षिक भवन का ‘अटल भवन’ और अतिथि गृह का ‘अटल अतिथि गृह’ के रूप में नामकरण भी करेंगे।
- इनकोइस परिसर पर एक प्रशिक्षण सुविधा के रूप में स्थापित यूनेस्को श्रेणी-2 केंद्र से हिंद महासागर की सीमा से लगे दक्षिण एशियाई और अफ्रीकी देशों और प्रशांत महासागर के छोटे द्वीपीय देशों को महासागर-विज्ञान और प्रबंधन के क्षेत्र में इनकोइस की विशेषज्ञता और अनुभव का लाभ मिलेगा आईटीसीओ-ओशन की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए इनकोइस परिसर में एक शैक्षिक भवन और अंतर्राष्ट्रीय अतिथि गृह का निर्माण किया गया है।
- यूनेस्को के महासम्मेलन में नवम्बर, 2017 में एक यूनेस्को श्रेणी-2 केंद्र के रूप में आईटीसीओ-ओशन की स्थापना को लेकर भारत सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। समुद्रविज्ञान से जुड़े वैज्ञानिक आधार, संबंधित प्रौद्योगिकी और सूचना प्रणाली विकसित करने में आईओसी/यूनेस्को के सदस्य देशों की सहायता करना इस केंद्र का लक्ष्य है।
- इनकोइस इस क्षेत्र में एक अग्रणी परिचालनात्मक समुद्रविज्ञान संस्थान के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है। अक्तूबर, 2012 में जब से आईओसी/यूनेस्को ने इस केंद्र को क्षेत्रीय सुनामी सेवा प्रदाता (आरटीएसपी) नामित किया है, तब से इसके द्वारा हिंद महासागर क्षेत्र के 25 देशों के लिए तत्काल सुनामी की चेतावनी जारी की जा रही है।
- अफ्रीका और एशियाई देशों के लिए क्षेत्रीय समन्वित बहु-आपदा पूर्व चेतावनी प्रणाली के तहत इनकोइस की ओर से महासागर की स्थिति के बारे में पूर्वानुमान और पांच देशों (श्रीलंका, मालदीव, सेशेल्स, मडागासकर और केमरून) के लिए अन्य संबंधित चेतावनियां जारी की जाती हैं।