- भारत की पहली लोकोमोटिव-रहित ट्रेन जिसे ‘ट्रेन 18’ (Train 18) के नाम से जाना जाता है, ने राजस्थान के कोटा-सवाई माधोपुर सेक्शन में परीक्षण के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा को पार कर लिया है।
- स्वदेशी डिजाइन की यह ट्रेन जब परिचालित हो जाती है, तो यह देश की सबसे तेज ट्रेन बन जाएगी।
- ट्रेन 18 प्रति घंटे 200 किलोमीटर छूने में सक्षम है,यदि भारतीय रेलवे प्रणाली, जैसे ट्रैक और सिग्नल अनुमति दे ।
- 16 कोच युक्त इस ट्रेन में शताब्दी एक्सप्रेस की तरह ही यात्री यात्री क्षमता होगी। इस रेलगाड़ी के दोनों ओर एरोडायनेमिक डिज़ाइन है जिससे यह तेजी से चल सकेगी ।
- इसमें पुनःसृजित ब्रेकिंग सिस्टम भी है जो बिजली बचाती है।
- पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन बेहतर यात्री सुविधा और सुरक्षा प्रदान करती है, क्योंकि सभी उपकरण गाड़ी के नीचे लगाए गए हैं ताकि अधिक जगह उपलब्ध हो।
- इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने ट्रेन का निर्माण किया है।