- सतह से सतह पर लंबी दूरी तक मार करने वाली और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम अग्नि-5 मिसाइल का 10 दिसंबर, 2018 को सफल परीक्षण किया गया।
- मिसाइल को ओडिशा तट के समीप डा अब्दुल कलाम द्वीप से मोबाइल लांचर के जरिए प्रक्षेपित किया गया।
- रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों की उपस्थिति में प्रक्षेपण की पूरी प्रक्रिया का संचालन और निगरानी सामरिक बल कमान ने की।
- मिशन के सभी उद्देश्य सफलतापूर्वक पूरे किए गए।
- यह परीक्षण पूर्व में किए गए कई सफल परीक्षणों के बाद हुआ है। इससे देश की प्रतिरक्षा क्षमता को और मजबूती मिली है। अग्नि-5, वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से निर्मित स्वदेशी मिसाइल है।
- स्वदेश में विकसित अग्नि-5 मिसाइल की मारक क्षमता 5000 किलोमीटर है और यह तीन चरणीय मिसाइल है।
यह मिसाइल 17 मीटर लंबी व 2 मीटर चौड़ी है।