भारत ने 16 नवंबर 2019 को सतह से सतह पर मार करने वाली अग्नि-2 प्रक्षेपास्त्र का पहली बार रात में सफल परीक्षण किया है।
ओडिसा के समुद्र में डॉ. अब्दुल कलाम द्वीप के समन्वित परीक्षण रेंज (आईटीआर) के लॉन्च कॉम्पलेक्स-4 से परीक्षण किया।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डी.आर.डी.ओ. से विकसित यह बैलिस्टिक मिसाइल 1000 किलोग्राम तक के परमाणु हथियार 2000 किलोमीटर से भी अधिक दूरी तक ले जाने में सक्षम है।
मध्यम दूरी की इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (आईआरबीएम) अग्नि-2 सशस्त्र सेना में पहले ही शामिल की जा चुकी है।
20 मीटर लंबी तथा दो चरणीय इस बैलिस्टिक मिसाइल का वजन 17 टन है।
यह मिसाइल एडवांस्ड उच्च सटीक नैविगेशन क्षमता से युक्त है।
प्रोटोटाइप अग्नि-2 मिसाइल का प्रथम परीक्षण 11 अप्रैल, 1999 को किया गया था। स्ट्रैटेजिक कमांड फोर्स द्वारा अग्नि-2 मिसाइल की परमाणु सक्षमता का परीक्षण 17 मई, 2010 किया गया।