- केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने 27 फरवरी, 2019 को सामान्य स्नातकों को औद्योगिक प्रशिक्षु अवसर उपलब्ध कराने के लिए ‘श्रेयस’ स्कीम (Scheme for Higher Education Youth in Apprenticeship and Skills: SHREYAS) का शुभारंभ किया।
- श्रेयस यानी ‘उच्चतर शिक्षा युवा प्रशिक्षु एवं कौशल स्कीम’ का मुख्य लक्ष्य भारतीय युवाओं की नियोजन क्षमता को बढ़ाना है।
- इस स्कीम के निम्नलिखित उद्देश्य हैंः
1.उच्चतर शिक्षा प्रणाली में शिक्षण के दौरान प्रासंगिक रोजगार से परिचय कराना,
2. शिक्षा एवं उद्योग/सेवा सेक्टर के बीच सतत आधार पर संपर्क बढ़ाना
3. युवाओं को जिस कौशल की अधिक मांग हो, उसे प्रदान करना,
4. उच्चतर शिक्षा में ‘शिक्षा के दौरान कमाई’ प्रणाली आरंभ करना,
5. उद्योग एवं व्यवसाय को अच्छी गुणवत्ता वाली श्रम शक्ति उपलब्ध कराना,
6. सरकार द्वारा नियोजन के लिए किए जा रहे प्रयासों से युवाओं को जोड़ना। - उपर्युक्त स्कीम तीन मंत्रालयों की पहलों का संयुक्त कार्यक्रम है। ये तीन मंत्रालय हैंः मानव संसाधन विकास मंत्रालय, कौशल एवं उद्यमिता विकास मंत्रालय तथा श्रम एवं नियोजन मंत्रालय।
- एक श्रेयस पोर्टल का शुभारंभ किया जाएगा जहां शिक्षण संस्थान एवं उद्योग लॉग इन कर अपनी अपेक्षित मांग एवं आपूर्ति की पूर्ति करेंगे।
- प्राथमिक स्कीम राष्ट्रीय प्रशिक्षु संवर्दधन स्कीम (National Apprenticeship Promotion Scheme: NAPS) के संयोजन में संचालित होगी।
- इस स्कीम के क्रियान्वयन के तीन ट्रैक हैंः
- एड ऑन एप्रेंटिसः डिग्री प्रोग्राम वाले छात्रों को अपनी प्राथमिकता का रोजगार चुनने के लिए आमंत्रित किया जाएगा और उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- एम्बेडेड एप्रेंटिसः पहले का बी.वॉक कार्यक्रम को बीए (पेशेवर), बीएससी (पेशेवर) व बीकॉम (पेशेवर) कोर्स में पुनर्संरचित किया जाएगा।
- नेशनल कॅरियर सर्विस को कॉलेजों से जोड़ा जाएगा।