- रक्षा एवं अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) ने 4 अगस्त, 2019 को ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण केन्द्र से सतह से हवा में मार करने वाले त्वरित कार्रवाई प्रक्षेपास्त्र क्यूआर-सैम (Quick Reaction Surface-to-Air Missiles : QRSAM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।
- यह मिसाइल सभी मौसमों में काम में लायी जा सकती है।
- इस वर्ष चांदीपुर से इस मिसाइल का दूसरा परीक्षण था। इसका पहला परीक्षण 26 फरवरी 2019 को किया गया था।
- इस मिसाइल का परीक्षण ट्रक पर बने घुमने वाले प्रक्षेपण मंच से किया गया।
- यह प्रक्षेपास्त्र रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डीआरडीओ तथा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है और यह अपने मार्ग में आने वाली चीजों का पता लगाने में भी सक्षम है।
- क्यूआरएसएम देश में ही विकसित फेज्ड ऐरे रडार, इंटीरियल नैविगेशन सिस्टम, डेटा लिंक से युक्त है।
- इसका विकास भारतीय सेना के लिए गमन एवं खोज अभियान के लिए किया जा रहा है।
- इस मिसाइल का पहला टेस्ट परीक्षण 4 जून, 2019 को किया गया था।