केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 16 अक्टूबर 2019 को नई दिल्ली में विश्व खाद्य दिवस 2019 मनाये जाने के लिए आयोजित समारोह में ‘ईट राइट जैकेट’ और ‘ईट राइट झोला’ के साथ-साथ ‘खाद्य सुरक्षा मित्र (एफएसएम)’ योजना का भी शुभारंभ किया, ताकि खाद्य सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सके और इसके साथ ही ‘ईट राइट इंडिया’ अभियान को व्यापक बनाया जा सके।
विश्व खाद्य दिवस थीम
16 अक्टूबर, 2019 को विश्व खाद्य दिवस (World Food Day) मनाया गया। इस वर्ष यह दिवस ‘ कार्य हमारा भविष्य है-जीरो हंगर विश्व के लिए स्वस्थ आहार’ ( Our Actions are Our Future-Healthy Diets for a Zero Hunger World ) थीम के साथ मनाया गया।
‘खाद्य सुरक्षा मित्र’ योजना
‘खाद्य सुरक्षा मित्र’ ( Food Safety Mitra) योजना छोटे एवं मझोले खाद्य व्यवसायियों के लिए खाद्य सुरक्षा कानूनों का पालन करने और लाइसेंस एवं पंजीकरण, स्वच्छता रेटिंग तथा प्रशिक्षण को सुविधाजनक बनाने में मददगार साबित होगी।
खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के अलावा यह योजना विशेषकर खाद्य एवं पोषण से जुड़ी पृष्ठभूमि वाले युवाओं के लिए नये रोजगार अवसर भी सृजित करेगी।
खाद्य सुरक्षा मित्रों (एफएसएम) को एफएसएसएआई (FSSAI) द्वारा प्रशिक्षण एवं प्रमाण-पत्र दिये जाएंगे, ताकि वे संबंधित कार्य कर सकें और अपनी सेवाओं के लिए खाद्य व्यवसायियों से भुगतान प्राप्त कर सकें।
‘ईट राइट जैकेट’
‘ईट राइट जैकेट’ ( Eat Right Jacket ) का शुभारंभ किया गया, जिसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मियों (फील्ड स्टाफ) द्वारा किया जाएगा।
यह स्मार्ट डिजाइन वाली जैकेट है, जिसमें अनेक तकनीकी उपकरण जैसे कि टैबलेट/स्मार्ट फोन, क्यूआर कोड और पहचान करने एवं नजर रखने के लिए आरएफआईडी टैग लगाये जा सकते हैं। इससे जहां एक ओर विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे फील्ड स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, वहीं दूसरी ओर इससे खाद्य सुरक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता, प्रोफेशनल रुख एवं पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकेगी तथा इसके साथ ही स्वामित्व की भावना आएगी एवं एफएसओ को उन पर नजर रखने में सुविधा होगी।
‘ईट राइट झोला’
‘ईट राइट झोला’ ( Eat Right Jhola ) दरअसल कपड़े का एक ऐसा थैला है, जिसे फिर से उपयोग में लाया जा सकता है, अत: यह खुदरा किराना दुकानों में खरीदारी करते वक्त प्लास्टिक की थैलियों का स्थान बड़ी आसानी से ले सकेगा।
चूंकि बार-बार उपयोग में लाने पर थैले बैक्टीरिया, सूक्ष्म जीवाणु इत्यादि की वजह से दूषित हो जाते हैं, अत: स्वास्थ्य सुरक्षा एवं साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए कपड़े के थैलों की नियमित धुलाई आवश्यक है।
कपड़े के ये थैले एक निजी वस्त्र किराया सेवा कंपनी के जरिये किराये पर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। देश भर में कार्यरत घरेलू कामगारों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने के उद्देश्य से एफएसएसएआई ने कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के अधीनस्थ घरेलू कामगार क्षेत्र कौशल परिषद (डीडब्ल्यूएसएससी) के साथ साझेदारी की है।
आरडब्ल्यूए के सहयोग से डीडब्ल्यूएसएससी के प्रशिक्षण साझेदारों के जरिये पहले चरण में एक लाख घरेलू कामगारों और घर-घर काम करने वाली महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। यह आंकड़ा आगे चलकर बढ़ाया जाएगा। देश भर में ‘ईट राइट इंडिया’ अभियान को व्यापक बनाने के लिए एफएसएसएआई ने अनेक हस्तियों को इससे जोड़ा है।