- नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने ‘ब्लू वाटर्स अहो!’ नामक पुस्तक का विमोचन किया जिसमें वर्ष 2001 से लेकर वर्ष 2010 तक की अवधि के दौरान भारतीय नौसेना के इतिहास का वृत्तांत दिया गया है।
- इस पुस्तक का विमोचन राष्ट्रपति एवं सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर रामनाथ कोविंद की उपस्थिति में नेवी हाउस में आयोजित ‘एट होम’समारोह का एक हिस्सा था।
- भारतीय नौसेना वर्ष 1971 में हुए युद्ध के दौरान अपनी आक्रामक सैन्य कार्रवाई की स्मृति में हर साल 04 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाती है।
- यह पुस्तक वाइस एडमिरल अनूप सिंह ने लिखी है जो पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में वर्ष 2011 में सेवानिवृत्त हुए थे।
- यह दरअसल भारतीय नौसेना के इतिहास का छठा खंड है, जबकि प्रथम पांच खंडों में वर्ष 1945 से लेकर वर्ष 2000 तक की अवधि को कवर किया गया है।
- भारतीय नौसेना ने यह अनूठी कवायद वर्ष 1968 में शुरू की थी जब नौसेना ने इतिहास प्रकोष्ठ की स्थापना की थी। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य नौसेना के विकास के लिए प्रासंगिक माने जाने वाले ऐतिहासिक आंकड़ों (डेटा) का संयोजन या मिलान करना और बाद में इनका विश्लेषण करना था।
- आम तौर पर इस तरह के प्रत्येक पुस्तक खंड में एक दशक की अवधि को कवर किया गया है और नौसेना दिवस के अवसर पर इसका विमोचन करने की परंपरा रही है।