- मतुआ धर्म की बिनापाणी देवी (बोरोमा) को पश्चिम बंगाल का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘बंगविभूषण’ से सम्मानित किया गया।
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सुश्री ममता बनर्जी ने उन्हें 16 नवंबर, 2018 को बंगविभूषण से सम्मानित किया।
- मतुआ समुदाय के लोग बांग्लादेशी दलितों का धार्मिक संपद्राय के हैं जो नामशूद्र जाति से हैं।
- मतुआ धर्म की स्थापना नमोशूद्र हरिश्चंद्र ने 1812 में की थी। उनका जन्म फरीदपुर गांव में हुआ था जो अब बांग्लादेश में है।
- इस धार्मिक आंदोलन का संदेश था ‘खुद खाओ या न खाओ, लेकिन बच्चों को शिक्षा दो’।