- देश के दंडकारण्य क्षेत्र में, जो रेड कॉरिडोर या लाल गलियारा के नाम से भी जाना जाता है, शांति स्थापना के लिए 13 अक्टूबर, 2018 को ‘बस्तर डायलाग’ का आयोजन किया गया जिसमें शांति स्थापना हेतु प्रस्ताव पारित किया गया।
- इस वार्ता को बस्तर की महारानी कृष्णा कुमारी देवी का भी समर्थन प्राप्त था।
- इस वार्ता में तेलंगाना, आंध प्रदेश, छत्तीसगढ़ के जनजातियों ने हिस्सा लिया।
क्या है दंडकारण्य क्षेत्र?
- यह भारत के मध्य-पूर्व क्षेत्र है जो लगभग 92,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। यह पश्चिम में अबुझमार पहाड़ी से लेकर पूर्व में पूर्वी घाट तक फैला है।
- इस क्षेत्र में तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के हिस्सा आते हैं।
- प्राचीन दंडकारण्य क्षेत्र में मध्य प्रदेश का बालाघाट तथा महाराष्ट्र का भंदारा, गोंडिया व गढ़चिरौली भी शामिल है।