- सितार व सुरबहार के प्रसिद्ध वादक उस्ताद इमरत खान का 83 वर्ष की आयु में अमेरिका का निधन हो गया।
- उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष इमरत खान ने यह कहते हुए पद्मश्री लेने से इंकार कर दिया था कि उन्हें यह बहुत देर से मिला है और इससे उनकी उपलब्धियां कम हुयी है।
- वे दुनिया भर में भ्रमण कर अपनी संगीत का प्रदर्शन कर चुके हैं। 1970 में कान फिल्म महोत्सव में मर्चेंट-आइवरी पार्टनरशिप के लिए भी उन्होंने संगीत प्रस्तुति दी थी। वे 1961 में एडिनबर्ग इंटरनेशनल फेस्टिवल के अलावा बर्लिन व लंदन में भी संगीत प्रस्तुति दे चुके थे।
- वे इटावा या इम्दादखानी घराना से थे जो उनके दादा इमदाद खान के नाम पर है।
- वे सितार व सुरबहार के वादक थे। दरअसल सितार व सुरबहार में वही संबंध है जो सिलो व वायलिन में है। सुरबहार का विकास 1825 में गुलाम मुहम्मद ने किया था।