- अंग्रेजी भाषा के महान लेखक श्री अमिताव घोष को 54वां ज्ञानपीठ पुरस्कार देने की घोषणा 14 दिसंबर, 2018 को की गई।
- प्रतिभा रे की अध्यक्षता वाले ज्ञानपीठ चयन बोर्ड ने उन्हें पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की।
- श्री अमिताव घोष ‘शैडो लाइंस, द ग्लास पैलेस, द हंगरी टाइड, आइबिस ट्रायोलॉजी (सी ऑफ पॉपीज, रिवर ऑफ स्मोक व फ्लड ऑफ फायर) जैसी पुस्तकों के लेखक हैं।
- हाल में ‘द ग्रेट डीरैंजमेंटः क्लाइमेट चेंज एंड द अनथिंकेब्ल’ प्रकाशित हुई है।
- उन्हें पद्म श्री एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
- ज्ञानपीठ पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रदान किया जाता है जिसकी स्थापना साहू शांति प्रसाद जैन द्वारा की गई थी।
- पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार 1965 में मलयाली भाषा के जी-एस- कुरूप को प्रदान किया गया था।
ज्ञानपीठ पुरस्कार के तहत 11 लाख रुपए की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाती है।
वर्ष 2017 में 53वां ज्ञानपीठ पुरस्कार हिंदी की महान लेखिका कृष्णा सोबती को प्रदान किया गया था।
अब तक 59 साहित्यकारों (अमिताव घोष सहित) को ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।