- फरीदाबाद स्थित ट्रांशलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (टीएचएसटीआई) की एक्सक्युटिव डायरेक्टर गगनदीप कांग रॉयल सोसायटी, लंदन की फेलो बनी हैं।
- 359 वर्षों के रॉयल सोसायटी, लंदन के इतिहास में फेलो बनने वाली कांग भारत की प्रथम महिला वैज्ञानिक हैं।
- आंत संक्रमण व बच्चों में उसका प्रसार को रोकने के क्षेत्र में उन्होंने विशेष रूप से शोध कार्य किया है। उन्होंने नेशनल रोटावायरस टीका व टायफायड सर्विलांस नेटवर्क का निर्माण किया है।
- रॉयल सोसायटी ऑफ लंदन के मुताबिक कांग संक्रमण, आंत की कार्य प्रणाली और शारीरिक तथा संज्ञान विकास के बीच जटिल संबंधों पर शोध कर रही हैं और भारत में मजबूत मानव प्रतिरक्षा शोध विकसित कर रही हैं।
- उल्लेखनीय है कि आर्देसीर करसेतजी लंदन रॉयल सोसायटी का फेलो बनने वाले प्रथम भारतीय थे जो जहाज निर्माता एवं इंजीनियर थे। वे 1841 में इस सोसयटी के फेलो बने थे।
- वहीं गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन, 28 फरवरी, 1918 को इस सोसायटी के फेलो बनने वाले सबसे युवा वैज्ञानिक (31 वर्ष) थे।