मणिपुर में उगाए जाने वाले चाक हाओ (Chak-Hao Black Rice) नामक सुगंधित चावल को जीआई टैग अर्थात भौगोलिक संकेत (Geographical Indications) के रूप में पंजीकृत किया गया है। इसे ब्लैक राइस भी कहा जाता है।
वाण्जिय और उद्योग मंत्रालय की भौगोलिक संकेतक रजिस्टरी ने अपनी वेबसाइट पर घोषणा की है कि मणिपुर का चाक हाओ चावल 364 नम्बर पर जी आई प्रमाण पत्र के अंतर्गत पंजीकृत किया गया है। इस पंजीकरण के लिए मणिपुर को भारत के अन्य राज्यों से करीब एक वर्ष तक प्रतिस्पर्धा करनी पड़ी।
उल्लेखनीय है कि देश के कुछ हिस्सों में भी इसकी खेती की जाती है और इस वजह से भी इसके आवेदन पर विचार करने में एक वर्ष से अधिक का समय लगा। अब जबकि इसे जीआई टैग प्राप्त हो गया है, मणिपुर में किसान इसकी विशेष ब्रांडिंग कर सकेंगे जिससे उन्हें लाभ प्राप्त होगा।
चाकहाव एक चिपचिपा काला चावल है जो काफी सुगंधित होता है और आमतौर पर इसे सार्वजनिक भोज के अवसर पर परोसा जाता है। साथ ही इसे चखाओ खीर के रूप में भी परोसा जाता है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले वर्ष 2015 में मणिपुर के कचाई नींबू को भी जीआई टैग प्राप्त हुआ था जो कि राज्य के उखरूल जिला में उगाया जाता है।