- संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) प्रायोजित विश्व खाद्य दिवस 16 अक्टूबर, 2018 को विश्व भर में मनाया गया।
- थीमः इस वर्ष विश्व खाद्य दिवस की थीम थीः ‘हमारी कार्रवाई ही हमारा भविष्य है’ (OUR ACTIONS ARE OUR FUTURE) ।
- नवीनतम एफएओ रिपोर्ट के अनुसार आज विश्व की 820 मिलियन आबादी (82 करोड़) स्थायी अल्पपोषण का शिकार है।
- संघर्ष, चरम मौसमी घटनाएं, आर्थिक मंदी व मोटापा के बढ़ने से भूख एवं कुपोषण के खिलाफ हुई प्रगति को फिर से बाधित कर रही है।
- एफएओ के अनुसार विश्व की 70 प्रतिशत गरीब आबादी ग्रामीण क्षेत्रें में रहती है जो कृषि, मत्स्यन व वनीकरण निर्भर है। इसलिए ‘शून्य भूख’ (जीरो हंगर) अभियान ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर बल देता है।
- एफएओ के अनुसार एक ओर जहां करोड़ों लोग भूखे हैं तो दूसरी ओर 672 मिलियन (67.2 करोड़) आबादी मोटापा व 1.3 अरब आबादी अधिक वजन का शिकार है।
- ज्ञातव्य है कि सतत विकास लक्ष्य के तहत वर्ष 2030 तक शून्य भूख का लक्ष्य रखा गया है।
- विश्व खाद्य दिवस का आयोजन संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन की 16 अक्टूबर, 1945 को स्थापना के अवसर पर किया जाता है।