- अमेरिका के पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के डिजाइन स्कूल में ऊर्जा नीति के लिए क्लेनमैन केंद्र ने (The Kleinman Center for Energy Policy) केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री पीयूष गोयल को चौथा वार्षिक कार्नोट पुरस्कार (Carnot Prize) प्रदान किया।
- यह पुरस्कार ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति को मान्यता प्रदान करता है.
- कार्नोट पुरस्कार क्लेमन सेंटर की छात्रवृत्ति या प्रैक्टिस के माध्यम से ऊर्जा नीति में विशिष्ट योगदान की वार्षिक मान्यता है।
- ऊर्जा क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाने वाला कार्नोट पुरस्कार का नामकरण फ्रांसीसी भौतिक विज्ञानी निकोलस सादी कारनोट के नाम पर रखा गया है जिन्होंने स्वीकार किया था कि भाप इंजन की शक्ति मानव विकास में “एक महान क्रांति” पैदा करेगी।
- कार्नोट पुरस्कार का उद्देश्य ऊर्जा नीति में अग्रणी क्रांतियों को आगे प्रगति और समृद्धि के लिए सम्मानित करना है।
- 2018 का कार्नोट पुरस्कार, टिकाऊ ऊर्जा समाधानों के साथ ऊर्जा कमी को दूर करने के भारत के प्रयासों को मान्यता प्रदान करना है।
Honoured to receive the #CarnotPrize2018. Dedicate this award to the enabling & inspiring leadership of PM @NarendraModi, & all those who work in the energy sector helping bring electricity & light to the lives of crores of poor fellow Indians. pic.twitter.com/XHWpwyZnkr
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) January 30, 2019