- तिलोनिया गांव (अजमेर, राजस्थान) के बेयरफुट कॉलेज में विश्व के 10 देशों की 45 ‘सोलर मामा’ (Solar Mama) को 8 सितंबर, 2018 को डिग्री प्रदान की गई। इसके लिए आयोजित कार्यक्रम में कई देशों के राजदूत शामिल हुए।
- दरअसल इस कॉलेज में सौर पैनल स्थापित करने के लिए विश्व के विभिन्न देशों की महिलाओं को सोलर इंजीनियरिंग में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण के उपरांत इन्हें ‘सोलर मामा’ कहा जाता है।
- प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों में अधिकांश विभिन्न देशों की ग्रामीण महिलाएं हैं जिनमें कई निरक्षर भी हैं। इन्हें कॉलेज में सोलर पैनल, सोलर लाइट, फोटोवोल्टेइक सर्किट बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। वापस अपने घर लौटकर ये अपने समुदाय की मदद करेंगी।
- सोलर मामा कार्यक्रम वर्ष 2005 में आरंभ किया गया था जिसे बाद में भारत के विदेश मंत्रलय ने भी सहायता देना आरंभ किया।
- यहां दो समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित दिया जाता है। एक समूह में भारत की महिलाएं हैं जबकि दूसरे समूह में लैटिन अमेरिका, एशिया, प्रशांत द्वीपीय देश व अफ्रीकी देश शामिल हैं।
- ज्ञातव्य है कि बेयरफुट कॉलेज की स्थापना 1972 में संजीत बंकर रॉय द्वारा की गई थी।