- रिपोटर्स विदाउट बोडर्स द्वारा जारी प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक में भारत को 138वीं रैंकिंग प्राप्त हुयी है।
- इस सूचकांक के मुताबिक पत्रकारों के लिए भारत, विश्व की पांचवीं सबसे घातक जगह है।
- इस वर्ष पूरे विश्व में कुल 80 पत्रकारों की हत्या हो गई जिनमें 63 पेशेवर पत्रकार थे। इसके अलावा कुल 348 पत्रकारों को हिरासत में लिया गया, 60 को बंधक बनाया गया जबकि दो पत्रकार गायब हैं।
- जिन 80 पत्रकारों की हत्या हुई उनमें से 49 को जानबूझकर लक्षित किया गया था क्योंकि उनकी रिपोर्टिंग कुछ लोगों के हित के खिलाफ जाता था।
- इस रिपोर्ट में अफगानिस्तान को पत्रकारों के लिए सबसे घातक देश बताया गया है जहां वर्ष 2018 में 15 पत्रकारों की हत्या कर दी गई। सीरिया में 11, मेक्सिको में 9, यमन में 8 तथा छह पत्रकाराें की हत्या भारत में हो गई।
वर्ष 2018 के विभिन्न सूचकांक में भारत की रैंकिंग
- ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्सः 108
- ग्लोबर हंगर इंडेक्सः 103
- मानव पूंजी सूचकांकः 158
- वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्टः 133
- मानव विकास सूचकांकः 130
- इज ऑफ डुईंग बिजनेसः 77
- विश्व प्रतिस्पर्धा सूचकांकः 58
- ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्सः 57
- प्रेस फ्रीडम इंडेक्सः 138
- ग्लोबल पीस इंडेक्सः 136
- ई-गवर्नेंसः 96
- पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांकः 177
- ग्लोबल क्लाइमेट रिस्क इंडेक्सः छठा