- गृह युद्ध से त्रस्त यमन में विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं यूनेस्को के संयुक्त अभियान में 306,000 लोगाें को हैजा की टीका लगाई गई है जिनमें 15 वर्ष से कम उम्र के 164,000 बच्चे भी शामिल हैं।
- छह दिवसीय टीका अभियान यमन के तीन जिलों में चलाया गया जिनमें हुदायदाह एवं इब्ब शामिल हैं।
- 3 करोड़ से भी कम आबादी वाले यमन में इतने लोगों को हैजा का टीका लगाया जाना अप्रत्याशीत है। दरअसल यमन इन दिनों हैजा के प्रकोप से ग्रसित है। इसके लिए वहां के गृहयुद्ध को दोषी ठहराया जा रहा है। इसकी वजह से साफ-सफाई व उससे जुड़ी आधाकि संरचनाएं प्रभावित हो रही है। यही कारण है कि हैजा का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।
- ऐसा कहा जाता है कि अप्रैल 2015 में सऊदी अरब की बमबारी से राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक ग्रिड तबाह हो गया था जिससे राजधानी साना का अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र में बिजली आपूर्ति रूक गई।
- होदिदाह (Hodeidah) नामक शहर पर विद्रोही हौथी (Houthi) का कब्जा है। सऊदी हमले में यहां की जल आपूर्ति प्रभावित हुई जिससे शौचालयों को जल आपूर्ति मिलनी बंद गई।
- 28 सितंबर, 2016 से लेकर 12 मार्च, 2018 के बीच 11 लाख से अधिक लोग हैजा की चपेट में आए और इनमें 2385 लोगों की मौत हो गई।