- यूनानी संसद् में 25 जनवरी, 2019 को समझौता के पारित होने के साथ ही पड़ोसी देश मेसिडोनिया के साथ चल रहा एक दशक पुराना संघर्ष आखिर समाप्त हो गया।
- मेसिडोनिया एवं यूनान के बीच समझौता के पश्चात मेसिडोनिया गणराज्य का नाम बदलकर उत्तरी मेसिडोनिया गणराज्य (रिपब्लिक ऑफ नार्थ मेसिडोनिया) हो गया है।
- नाम परिवर्तन के साथ ही मेसिडोनिया के नाटो एवं यूरोपीय संघ में शामिल होने का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है। मेसिडोनिया के इसमें शामिल होने का यूनान नाम के आधार पर विरोध कर रहा था।
- यूनान का तर्क था कि मेसिडोनिया नाम से उसका एक प्रांत है। मेसिडोनिया देश का नाम उसके क्षेत्र पर अधिकार का संकेत देता है। मेसिडोनिया की राजधानी स्कोप्जे में यूनान के महान राजा सिकंदर की उपस्थिति भी यूनान के मेसिडोनिया प्रांत के लोगों को उकसा रहा था और उन्हें भय था कि यह प्रांत मेसिडोनिया देश का हो जाएगा।
- चूंकि यूनान नाटो एवं यूरोपीय संघ का सदस्य है इसलिए वह इन दोनों संगठनों में मेसिडोनिया के प्रवेश का विरोध करता रहा है। इसी वजह से वह
वर्ष 1991 में यूगोस्लाविया से स्वतंत्रता के पश्चात मेसिडोनिया नामक देश अस्तित्व में आया था।