- एक ऐतिहासिक निर्णय के तहत विश्व के देशों ने फ्रांस के वर्साय में 16 नवंबर, 2018 को किलोग्राम तथा अन्य ऐसी की माप इकाइयों की नई वैज्ञानिक परिभाषा को आम राय से अनुमति दे दी है।
- एक शताब्दी से अधिक समय से किलोग्राम को फ्रांस में अति उच्च सुरक्षा में रखे गए प्लेटिनम-इरिडियम मिश्र धातु के सिलेंडर (cylinder of platinum-iridium alloy) के द्रव्यमान से परिभाषित किया जाता रहा है।
- ‘ले ग्रांड के’ (‘Le Grand K,’) नामक यह शिल्पकृति 1889 से विश्व का एकमात्र वास्तविक किलोग्राम है किंतु अब किलोग्राम को छोटे परंतु अपरिवर्तित मूल्य ‘प्लैंक कॉन्सटैंट’ (‘Planck constant’) के रूप में परिभाषित किया जाएगा।
- नोबेल पुरस्कार विजेता विलियम फिलिप ने इसे माप के क्षेत्र में फ्रांसीसी क्रांति के पश्चात की सबसे बड़ी घटना करार दिया।
- प्लैंक कॉन्स्टैंट, जो कि क्वांटम भौतिकी से उत्पन्न है, को किब्बल बैलेंस (Kibble balance) के साथ उपयोग किया जा सकता है। किब्बल बैलेंस विशिष्ट व सटीक मापन मशीन है जो किसी वस्तु के द्रव्यमान की गणना सटीक रूप से माप की गई इलेक्ट्रोमैग्नेटिक बल का उपयोग करके करता है।
- नई परिभाषा 20 मई 2019 से लागू होगी।
- वैज्ञानिकों ने एंपीयर (विद्युत धारा), केल्विन (थर्मोडायनामिक तापमान) एवं मोल (पदार्थ की मात्र) की परिभाषा को भी अद्यतन करने को मंजूरी दी।