- जापान ने अंतरराष्ट्रीय व्हैलिंग आयोग (International Whaling Commission: IWC) की सदस्यता छोड़ने की घोषणा की है। उसने यह भी घोषणा की है कि वह जुलाई 2019 से व्हैल का वाणिज्यिक शिकार करना आरंभ करेगा।
- जापान की सदस्यता छोड़ने की घोषणा जून 2019 से प्रभावी होगी।
- जापान द्वारा सदस्यता छोड़ने का मतलब है कि वहां के मछुआरे जापानी तट के आसपास मिनके एवं अन्य व्हैल मछलियों को मारना आरंभ कर देंगे जो अभी संरक्षित हैं।
- परंतु इसके लिए जापान को अंटार्कटिक संधि के तहत अंटार्कटिक में वैज्ञानिक अनुसंधान भी छोड़ना होगा जो उसे अंतरराष्ट्रीय व्हैलिंग आयोग की सदस्यता के कारण प्रदान की गई थी।
- इसके साथ ही जापान, नॉर्वे एवं आईसलैंड के क्लब में शामिल हो गया है जो अंतरराष्ट्रीय व्हैलिंग आयोग के आदेशों को दरकिनार कर व्हैल मछली का शिकार कर रहे हैं।
- जापान के अनुसार व्हैल मछली का शिकार उसकी परंपरा का हिस्सा रही है और इस आयोग की सदस्यता छोड़ने से व्हैल मछली का शिकार करने की परंपरा को अगली पीढ़ी तक ले जाई जा सकेगी।
अंतरराष्ट्रीय व्हैलिंग आयोग
- अंतरराष्ट्रीय व्हैलिंग आयोग की स्थापना व्हैलिंग के विनिमयन पर अंतरराष्ट्रीय अभिसमय के तहत 2 दिसंबर, 1946 को वाशिंगटन डीसी में हुई थी।
- इसका सचिवालय यूनाइटेड किंगडम के कैंब्रिज में है।
- यह आयोग विश्व भर में व्हैल मछलियों का संरक्षण व प्रबंधन करता है तथा वाणिज्यिक व्हैलिंग पर रोक लगाने संबंधी प्रावधान 1986 में लागू किया।