भारत वर्ष मार्च 2020 के पहले सप्ताह में 36वें अंतर्राष्ट्रीय भूवैज्ञानिक कांग्रेस (आईजीसी) की मेजबानी करेगा।
नई दिल्ली में आयोजित होने वाली इस कांग्रेस की थीम है- भू-विज्ञान : समावेशी विकास के लिए मूलभूत विज्ञान।
आईजीसी को भू-विज्ञानों का ओलम्पिक के लोकप्रिय नाम से भी जाना जाता है। यह प्रतिष्ठित वैश्विक भूवैज्ञानिक सम्मेलन चार वर्षों में एक बार आयोजित किया जाता है। पूरी दुनिया के 5000-6000 भूवैज्ञानिक इस सम्मेलन में भाग लेते हैं।
कांग्रेस की तैयारी के मद्देनजर कल नई दिल्ली में परिसंवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का उद्घाटन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. राजीवन और कोयला व खान मंत्रालय के सचिव श्री अनिल कुमार जैन ने किया।
इस सम्मेलन में सहयोगात्मक कार्यक्रम, खनन में निवेश के प्रावधान, खनिजों का उत्खनन, पर्यावरण प्रबंधन और अन्य संबंधित उद्यमों पर विचार-विमर्श किया जायेगा।