- एक बड़ी उपलब्धि के रूप में जयपुर को विश्व विरासत स्थल का दर्जा देने के नामांकन को स्वीकार कर लिया गया है और इस तरह राजस्थान की राजधानी तथा पिंक शहर के नाम से ख्यात जयपुर अब यूनेस्को विश्व विरासत स्थल है। इसके साथ ही भारत में यूनेस्को विश्व विरासत स्थलों की संख्या 38 हो गई है।
- यूनेस्को की विश्व विरासत कमेटी की अजरबेजान के बाकू में 6 जुलाई, 2019 को आयोजित 43वें अधिवेशन में जयपुर को विश्व विरासत स्थल का दर्जा प्रदान किया गया।
- उल्लेखनीय है कि जयपुर देशी नियोजन एवं निर्माण का उत्कृष्ट शहरी उदाहरण है। यह शहर अम्बेर पहाड़ी के दक्षिण में स्थित है। यहां के प्रमुख स्मारकों में गोविंद देव मंदिर, सिटी पैलेस, जंतर-मंतर, हवा महल है।
- जयपुर शहर की स्थापना 1727 में सवाई जय सिंह द्वितीय ने की थी। इस क्षेत्र के अन्य पहाड़ी शहरों की तुलना में जयपुर शहर को मैदान में बसाया गया था।
- जयपुर के साथ ही भारत में विश्व विरासत स्थलों की संख्या 38 हो गई है जिनमें 30 सांस्कृतिक, 7 प्राकृतिक व एक मिश्रित है।
भारत में विश्व के निम्नलिखित 38 विश्व विरासत स्थल हैं;
- सांस्कृतिक (30)
- आगरा किला (1983)
- अजंता की गुफाएँ (1983)
- नालंदा, बिहार (2016) में नालंदा महाविहार का पुरातात्विक स्थल
- सांची बौद्ध स्मारक (1989)
- चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व पार्क (2004)
- छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (पूर्व में विक्टोरिया टर्मिनस) (2004)
- गोवा के चर्च (1986)
- एलीफेंटा गुफाएँ (1987)
- एलोरा गुफाएँ (1983)
- फतेहपुर सीकरी (1986)
- ग्रेट लिविंग चोल मंदिर (1987,2004)
- हम्पी स्मारक समूह (1986)
- महाबलीपुरम में स्मारक समूह (1984)
- पट्टादकल में स्मारक समूह (1987)
- राजस्थान के पहाड़ी किले (2013)
- ऐतिहासिक शहर अहमदाबाद (2017)
- हुमायूँ का मकबरा, दिल्ली (1993)
- खजुराहो समूह के स्मारक (1986)
- बोधगया में महाबोधि मंदिर परिसर (2002)
- भारत का पर्वतीय रेलवे (1999,2005,2008)
- कुतुब मीनार और उसके स्मारक, दिल्ली (1993)
- रानी-की-वाव (महारानी का स्टेपवेल) पाटन, गुजरात (2014)
- लाल किला परिसर (2007)
- भीमबेटका के रॉक शेल्टर (2003)
- सूर्य मंदिर, कोणार्क (1984)
- ताज महल (1983)
- लेब कॉर्बूसियर का वास्तुकला कार्य (2016)
- द जंतर मंतर, जयपुर (2010)
- विक्टोरियन गोथिक और आर्ट डेको एन्सेम्बल ऑफ मुंबई (2018)
- गुलाबी शहर जयपुर (2019)
- प्राकृतिक (7)
- ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क संरक्षण क्षेत्र (2014)
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (1985)
- केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (1985)
- मानस वन्यजीव अभयारण्य (1985)
- नंदा देवी और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान (1988,2005)
- सुंदरबन नेशनल पार्क (1987)
- पश्चिमी घाट (2012)
- मिश्रित (1)
- कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान (2016)एनसेम्बल