- भारत और आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) ने ‘अंतरराष्ट्रीय छात्र मूल्यांकन कार्यक्रम’ (Programme for International Student Assessment: PISA) 2021 में भारत के शामिल होने के समझौता पर 28 जनवरी, 2019 को हस्ताक्षर किया। यह हस्ताक्षर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर की उपस्थिति में किया गया।
- ओईसीडी के इस कार्यक्रम में भारत के शामिल होने से भारत में शिक्षा की स्थिति का मूल्यांकन हो सकेगा तथा अन्य स्कूलों एवं राज्यों को प्रेरित करेगा। इससे देश में बच्चों में शिक्षण के स्तर में सुधार होगा।
- इस कार्यक्रम में केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय तथा केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के स्कूल हिस्सा लेंगे। वैसे पीसा कार्यक्रम में 15 साल तक के सभी स्कूलों के बच्चे शामिल होते हैं।
क्या है पीसा?
- विषय आधारित मूल्यांकन के बजाय ‘पीसा’ क्षमता आधारित मूल्यांकन (competency based assessment ) है जो इस बात का मूल्यांकन करता है कि छात्र ने आधुनिक समाज में पूर्ण भागीदारी के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण क्षमताएं हासिल किया है या नहीं। इससे भारतीय छात्रें की वैश्विक स्तर पर मान्यता मिल जाएगी।
- विश्व के 80 से अधिक देशों ने इस कार्यकर्म में हिस्सा लिया है। पीसा का पहला राउंट 2000 में हुआ था। अगला राउंड 2021 में होना है।