- विश्व की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का वार्षिक सम्मेलन 30 नवंबर-1दिसंबर, 2018 केा अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में आयोजित हुआ।
- इस सम्मेलन में 19 देशों के राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष तथा यूरोपीय संघ ने हिस्सा लिया। भारत का प्रतिनिधत्व प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किया।
- अमेरिका को छोड़कर जी-20 देशों ने जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौता के क्रियान्वयन पर सहमति व्यक्ति की। वैसे ब्राजील के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो ने भी घोषणा कर रखी है कि वह ऐसे किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे जो उनके देश के कृषि-व्यवसाय को नुकसान पहुंचाए।
- दो दिवसीय बैठक के समापन पर जो घोषणापत्र जारी किया गया उसमें आतंकवाद से निपटने के हैम्बर्ग लीडर्स अभिकथन पर भी सहमति व्यक्त की गई।
- घोषणापत्र में व्यापार के मुद्दे पर मतभेदों का जरूरत उल्लेख है परंतु संरक्षणवाद की आलोचना नहीं की गई है।
- घोषणापत्र ‘फ्युचर फॉर वर्क, इन्फ्रास्ट्रचक्र फॉर डेवलपमेंट, अ सस्टेनेब्ल फूड फ्युचर एंड ऑन जेंडर इक्वेलिटी’ (कार्य के लिए भविष्य, विकास के लिए अवसंरचना, सतत खाद्य भविष्य व लैंगिक समानता) पर केंद्रित है।
- उल्लेखनीय है कि वर्ष 2008 में वैश्विक आर्थिक संकट के समय जी-20 की स्थापना की गई थी जिसके भारत सहित विश्व की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं सदस्य हैं। इसमें 19 देशों के साथ यूरोपीय संघ शामिल हैं जिनकी सम्मिलित जीडीपी विश्व की 80 प्रतिशत है।
- भारत वर्ष 2022 में जी-20 सम्मेलन की मेजबानी करेगा।