- प्रथम संयुक्त राष्ट्र खाद्य सुरक्षा दिवस 7 जून, 2019 को आयोजित किया गया।
- थीमः प्रथम खाद्य सुरक्षा दिवस 2019 की थीम थी ‘खाद्य सुरक्षा सभी का व्यवसाय है’।
- उद्देश्यः खाद्य सुरक्षा दिवस असुरक्षित खाद्य के खतरों के प्रति जागरूकता फैलाने का एक बेहतर अवसर होता है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बैक्टीरिया या वायरस से दूषित खाद्य के उपभोग से प्रतिवर्ष विश्व में दस में से एक व्यक्ति (लगभग 6 करोड़ लोग) बीमार पड़ जाते हैं और 4,20,000 लोग ऐसे संक्रमित भोजन के सेवन से मर जाते हैं।
- पांच वर्ष से कम उम्र के 40 प्रतिशत बच्चे खाद्य जनित रोग से पीडि़त होते हैं और इनमें 1,25,000 काल कवलित हो जाते हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं एफएओ ने खाद्य सुरक्षा में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित रणनीति अपनाया हैः
- सभी के लिए पोषण युक्त खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना
- कृषि एवं खाद्य उत्पादकों को बेहतर प्रक्रिया अपनानी चाहिए यानी सुरक्षित खाद्य उपजाना।
- व्यावसायियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खाद्य को सुरक्षित रूप से ले जाया जाए, भंडारित की जाए एवं तैयार की जाए।
- उपभोक्ताओं को समय पर उनकी खाद्य प्राथमिकताओं में निहित खतरों एवं बीमारियों से अवगत कराना चाहिए।
- सरकारों, क्षेत्रीय आर्थिक संगठनों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों इत्यादि को खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक साथ आना चाहिए।
भारत में प्रयास
- एफएसएसएआई (FSSAI) ने खाद्य कंपनियों और व्यक्तियों के योगदान को पहचान देने के लिए ‘ईट राइट एवार्ड’ की स्थापना की, ताकि नागरिकों को सुरक्षित और स्वास्थ्य कर खाद्य विकल्प चुनने में सशक्त बनाया जा सके। इससे उनके स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार लाने में मदद मिलेगी।
- स्वास्थ्य मंत्री ने आईआईटी, गांधी नगर, आईआईटी रूड़की, एलबीएसएनएए मसूरी, यूनीलिवर बैंग्लुरू, विप्रो बैंग्लुरू, एचसीएल नोएडा और जेनपैक्ट गुरुग्राम को उनके अनुकरणीय मानकों के लिए सम्मानित किया। यह कार्यक्रम खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए समुदाय स्तर पर मान्यता देने के लिए आयोजित किया गया। एफएसएसएआई ने विश्वविद्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों, संस्थानों, कार्यस्थलों, रक्षा/अर्ध सैनिक प्रतिष्ठानों, अस्पतालों और जेलों जैसे 7 परिसरों को ‘ईट राइट कैम्पस’ के रूप में घोषित किया है।
- एफएसएसएआई ने राज्यों द्वारा सुरक्षित खाद्य उपलब्ध कराने के प्रयासों के संदर्भ में पहला राज्य खाद्य सुरक्षा इंडेक्स (एसएफएसआई) विकसित किया है। इस इंडेक्स के माध्यम से खाद्य सुरक्षा के पांच मानदंडों पर राज्यों का प्रदर्शन आंका जाएगा। इन श्रेणियों में शामिल हैं- मानव संसाधन और संस्थागत प्रबंधन, कार्यान्वयन, खाद्य जांच-अवसंरचना और निगरानी, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण तथा उपभोक्ता सशक्तिकरण। श्रेणी में पुरस्कार प्राप्त करने वालों के बाद निम्न राज्यों के स्थान हैं- बिहार, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और उत्तर प्रदेश।
- कई नगरों में तीसरे पक्ष द्वारा जांच और प्रशिक्षण प्रक्रिया के पश्चात ‘स्वच्छ स्ट्रीट फूड हब’ का प्रमाण पत्र दिया गया है। हाल में स्वर्ण मंदिर स्ट्रीट, अमृतसर को भी ‘स्वच्छ स्ट्रीट फूड हब’ की मान्यता दी गई है।