- भारतीय मूल के आस्ट्रेलियाई गणितज्ञ अक्षय वेंकटेश सहित चार गणितज्ञों को गणित का नोबेल कहे जाने वाले वर्ष 2018 का फील्ड मेडल (Fields medal) से पुरस्कृत किया गया।
- श्री वेंकटेश को यह पुरस्कार ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में 1 अगस्त, 2018 को आयोजित अंतरराष्ट्रीय गणित संघ के अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस (IMU-ICM) में प्रदान किया गया। यह कांग्रेस प्रति चार वर्ष पर आयोजित होता है और मेडल प्रत्येक चार वर्ष पर प्रदान किए जाते हैं। वर्ष 2010 में यह कांग्रेस भारत के हैदराबाद में आयोजित हुआ था।
- अक्षय वेंकटेश को यह मेडल एनालिटिक नंबर थ्योरी, होमोजीनस डायनामिक्स, टोपोलॉजी एवं रिप्रजेंटेशन थ्योरो के सिंथेसिस के लिए प्रदान किया गया। वर्तमान में कैलिफोर्निया के स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाते हैं।
- फील्ड मेडल से सम्मानित होने वाले अक्षय वेंकटेश दूसरे आस्ट्रेलियाई तथा भारतीय मूल के दूसरे व्यक्ति हैं। इस मेडल से सम्मानित होने वाले भारतीय मूल के प्रथम व्यक्ति मंजुल भार्गव हैं।
- इस वर्ष अक्षय वेंकटेश के अलावा यह मेडल कॉशेर बिर्कर (यूके), एलेसियो फिगाली (स्वीटजरलैंड) व पीटर शोल्ज (जर्मनी) को भी प्रदान किया गया।
- कॉशेर बिर्कर मूल रूप से इराक-ईरान सीमा के कुर्दिस शरणार्थी हैं जिन्होंने ब्रिटेन में शरणार्थी के लिए आवेदन दिया था। हालांकि उनका मेडल थोड़ी देर बाद ही पुरस्कार स्थल से चोरी हो गया।
फील्ड मेडल के बारे में
- कनाडा के गणितज्ञ जॉन चार्ल्स फील्ड के सम्मान में यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। गणित का यह सबसे बड़ा व सम्मानित पुरस्कार है।
- यह मेडल 40 वर्ष से कम उम्र के गणितज्ञ को प्रदान किया जाता है।
- पहला फील्ड मेडल वर्ष 1936 में फिनलैंड के गणित लार्स अह्ल्फोस व अमेरिका के जेसी डगलस को प्रदान किया गया था।
- वर्ष 2014 में इस मेडल से पुरस्कृत होने वाली मरियम मिर्जाखानी मेडल प्राप्त करने वाली प्रथम ईरानी व प्रथम महिला थीं।
- वर्ष 2014 में ही इस मेडल से भारतीय मूल के अमेरिकी मंजुल भार्गव को भी पुरस्कृत किया गया था।
- फील्ड मेडल के तहत पुरस्कार के तौर पर मेडल के अलावा 15000 कनाडियन डॉलर की नकद राशि भी प्रदान की जाती है।