Representative image (Pixabay)
भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने पहली बार पूरी तरह से स्वदेशी तरीके से विकसित न्यूमोकोकल पॉलीसैकराइड कंजुगेट ( conjugate vaccine for pneumonia) टीके को बाजार में बेचने की मंजूरी दे दी है।
सीरम संस्थान: यह टीका सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, पुणे द्वारा विकसित किया गया है। सीरम संस्थान ने देश में सबसे पहले न्यूमोकोकल पॉलीसैकराइड कंजुगेट वैक्सीन के चरण I, चरण II और चरण III के नैदानिक परीक्षणों के लिए डीसीजीआई से स्वीकृति प्राप्त की थी। स्वीकृति मिलने के बाद से ये परीक्षण देश के भीतर किए जा रहे हैं। कंपनी ने इस टीके का नैदानिक परीक्षण जांबिया में भी किया है।
निमोनिया के इलाज के लिए स्वेदशी तकनीक से विकसित यह अपने किस्म का पहला टीका है। इससे पहले तक देश में ऐसे टीकों की मांग आयात के जरिए पूरी की जाती रही, क्योंकि ऐसा टीका बनाने वाली सभी कंपनियां विदेशों में थीं।
स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया: यह टीका शिशुओं में “स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया” के कारण होने वाले रोग और निमोनिया के खिलाफ सक्रिय टीकाकरण अभियान के लिए उपयोग किया जाता है। यह टीका इंजेक्शन के जरिए सीधे मांसपेशियों में दिया जाता है।
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