पश्चिमी हिंद महासागर के समूह ‘हिंद महासागर आयोग’ ( Indian Ocean Commission: IOC) ) ने भारत को पर्यवेक्षक का दर्जा प्रदान कर दिया।
भारत इस समूह का पांचवां पर्यवेक्षक देश है।
सेशेल्स में 6 मार्च, 2020 को आयोजित इस समूह की बैठक में भारत को पर्यवेक्षक का दर्जा दिया गया।
भारत के अलावा चीन, अंतरराष्ट्रीय फ्रेंचकोफोनी संगठन, यूरोपीय संघ और माल्टा इसके अन्य पर्यवेक्षक हैं। इन्हें वर्ष 2017 में आईओसी में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त हुआ था।
महत्ताः इस समूह में पर्यवेक्षक का दर्जा मिलने से पश्चिमी हिंद महासागर में भारतीय हितों को बढ़ावा मिलेगा। भौगोलिक अवस्थिति के कारण इस संगठन की महत्ता काफी अधिक है। इस संगठन के सदस्य देश मोजाम्बिक चैनल के आसपास बसे हैं जिसकी काफी महत्ता है।
इंडियन ओशन कमिशन के बारे में
इसकी स्थापना 1982 में मॉरीशस के पोर्ट लुइस में हुयी थी और 1984 में इसे संस्थागत रूप दिया गया। इस संगठन के पांच सदस्य देश हैंः मेडागास्कर, कोमोरोस, सेशेल्स, मॉरीशस एवं फ्रेंच रियूनियन।