भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) तथा राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने विभिन्न हितधारकों एवं राज्य स्वास्थ्य विभागों के सहयोग से देश के चुनिंदा जिलों में जनसंख्या आधारित ‘सीरो-सर्वे’ (population-based sero-survey) आरंभ करने की घोषणा की है।
इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य जिला स्तर पर कोविड-19 संक्रमण की मौजूदगी की निगरानी है।
उल्लेखनीय है कि सीरो-सर्वे व्यक्तियों के समूह के रक्त लसा यानी ब्लड सीरम का टेस्ट करता है। यह एक प्रकार से खून परीक्षण है जिसमें किसी संक्रमण के खिलाफ विकसित एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है।
सीरोलॉजिक टेस्ट से यह पता लगाया जा सकता है कि कोई व्यक्ति किसी संक्रमण की चपेट में आया था या नहीं।
भारत सरकार के जनसंख्या आधारित सीरो सर्वे के तहत प्रति सप्ताह प्रति जिला 200 नमूनों तथा प्रति माह प्रति जिला 800 नमूनों का सर्वेक्षण किया जाएगा।
जनसंख्या समूह में शामिल हैंः आउटपेशेंट कर्मी, गर्भवती महिला एवं आशाकर्मी।