भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री रंजन गोगोई को संसद् के उच्च सदन यानी राज्य सभा में नामित किया है।
भारत के संविधान के अनुच्छेद 80(1)(अ) के तहत भारत के राष्ट्रपति की ओर से इस संबंध में 16 मार्च, 2020 को अधिसूचना जारी की गई।
नामित सदस्य के रूप में राज्यसभा का सदस्य बनने वाले वे भारत के प्रथम पूर्व मुख्य न्यायाधीश हैं। हालांकि राज्यसभा के सदस्य बनने वाले वे भारत के प्रथम मुख्य न्यायाधीश नहीं हैं। उनसे पहले भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्रा 1998 में ओडिशा से कांग्रेस पार्टी की ओर से राज्यसभा का चुनाव जीते थे। वे वर्ष 1991 में मुख्य न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त हुये थे।
उनसे पहले बहरूल इस्लाम कांग्रेस पार्टी के सदस्य के रूप में 1962 से 1968 तक राज्यसभा के सदस्य रहे। 1972 में उन्होंने संसद् से त्यागपत्र देकर गुवाहाटी उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनें। 1980 में वे सेवानिवृत्त हो गये थे परंतु जब इंदिरा गांधी सत्ता में आयीं तब वे सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त किये गये थे।
उल्लेखनीय है कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत राज्यसभा में 250 से अनधिक सदस्यों का प्रावधान किया गया है जिनमें 12 नामित सदस्य भी शामिल हैं। साहित्य, कला, विज्ञान, सामाजिक सेवा, खेल से जुड़े विशिष्ट व्यक्तियों को राज्यसभा में नामित किया जाता है।