- प्रतिवर्ष फरवरी माह के तीसरे शनिवार को विश्व पैंगोलिन दिवस का आयोजन होता है।
- वर्ष 2019 में 16 फरवरी को विश्व पैंगोलिन दिवस मनाया गया।
- शर्मिला स्वभाव का यह स्तनधारी मीडिया में उतनी जगह नहीं बना पाता जितना की जरूरत है, इसलिए इसके संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विश्व पैंगोलिन दिवस आयोजित किया जाता है।
- उल्लेखनीय है कि पैंगोलिन विश्व में सर्वाधिक तस्करी किए जाने वाला स्तनधारी है।
- चीन में इसके स्केल की चिकित्सकीय जरूरत के कारण इसका बड़े पैमाने पर शिकार किया जाता है। इसके अलावा इसके मांस के लिए भी इसका शिकार किया जाता है।
- वन्यजीव विशेषज्ञों के मुताबिक चीनी पैंगोलिन, जो कि दक्षिण एशिया में पाई जाने वाली पैंगोलिन की दो प्रजातियों में से एक है, भारत में संभवतः विलुप्त हो चुकी है। वर्ष 2014 में चरम संकटापन्न की श्रेणी में शामिल किया गया था।
- वहीं भारतीय पैंगोलिन, जिसे वर्ष 2014 में संकटापन्न घोषित किया गया था, संभवतः अब चरम संकटापन्न हो चुकी है।
- पूरे विश्व में पैंगोलिन की आठ प्रजातियां हैं। चार प्रजातियां अफ्रीका में एवं चार प्रजातियां एशिया में हैं। भारत में इसकी दो प्रजातियां पाई जाती हैं।
- पैंगोलिन का मुख्य आहार चींट्टी है। एक वर्ष में यह 7 करोड़ चींटियों को खा जाता है।
- इसके पास दांत नहीं है। इसकी जिह्वा इसके शरीर से अधिक लंबी होती है।
- यह अपने मल-मूत्र से अपने अधिकार क्षेत्र को चिह्नित करता है।
- इसका स्केल, जो कि केराटिन से बना होता है, पूरे शरीर के भार का 20 प्रतिशत होता है।
Its #WorldPangolinDay They are the worlds only scaly mammal & infamous for being the most illegally trafficked animal in the world. In a recent seizure 8tons of scales were found representing 14000 animals even though there is a intl. ban, the trade is still flourishing. pic.twitter.com/k1WNJV5q3L
— Kirsty (@kirstmyron) February 16, 2019