- वूड स्नेक (wood snake) की एक प्रजाति खोजी गई है जिसे पिछले 140 वर्षों में नहीं देखा गया था।
- यह प्रजाति जो कि मेघामलई वन्यजीव अभ्यारण्य एवं पेरियार टाइगर रिजर्व की स्थानिक (एंडेमिक) प्रजाति है, की पुनर्खोज आर- चैतन्य एवं वरद गिरि द्वारा की गई है ।
- बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी की पत्रिका में प्रकाशिक इस प्रजाति की पुनर्खोज का उल्लेख किया गया है। इसके मुताबिक यह प्रजाति प्वाइंट एंडेमिक है, जो कि केवल मेघामलई में पाई जाती है।
- वूड स्नैक की स्थानिक प्राजति अंतिम बार ब्रिटिश सैन्य अधिकारी कर्नल रिचर्ड हेनरी बेडोम ने 1878 ने देखा था। उन्होंने इसे एक नई प्रजाति मानते हुए जाइलोफिस इंडिकस (Xylophis indicus) नाम दिया था।
- वरद गिरि के मुताबिक इस प्रजाति की पुनर्खोज का मतलब यह है कि पर्यावास सही स्थिति में है।