- असम के शिवसागर जिला में मृत मवेशियों के जहरीला शव के भक्षण से 29 मार्च, 2019 को 39 गिद्धों की मौत हो गई। ये गिद्ध तीन संकटापन्न प्रजातियों के थे।
- यह घटना बाम राजाबरी गांव की है जहां मवेशियों के मरने के पश्चात उसमें कीटनाशक लगा दिया गया था ताकि अवारा कुत्तों से मुक्ति मिल जाये। हालांकि इस क्रम में गिद्ध की संकटापन्न प्रजातियां शिकार हो गई।
- जिन 37 गिद्धों की मौत हुयी है उनमें अधिकांश हिमालयन ग्रिफॉन प्रजाति की हैं। कुछ ओरिएंटल व्हाइट बैक्ड एवं स्लेंडर बिल्ड वल्चर प्रजाति की हैं।
- बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी एवं अन्य संगठनों द्वारा 1990 में कराए गए अध्ययन के मुताबिक जिप्स समूह के गिद्धों-हिमालयन ग्रिफॉन, ओरिएंटल व्हाइट बैक्ड एवं स्लेंडर बिल्ड वल्चर की 40 मिलियन संख्या दो दशकों में ही 99.9 प्रतिशत कम हो गई।
- उल्लेखनीय है कि भारत में गिद्धों की 9 प्रजातियां है जिनमें छह असम में पाई जाती हैं।