- पश्चिमी प्रशांत महासागरीय देश पलाऊ कोरल रीफ को बचाने के लिए विभिन्न प्रकार के सनस्क्रीन को प्रतिबंधित करने वाला विश्व का प्रथम देश बन गया है।
- इस प्रतिबंध के तहत जो कि वर्ष 2020 में लागू होगा, ‘रीफ टॉक्सिक’ या प्रवाल विषाक्त सनस्क्रीन पर प्रतिबंध होगा। कोरल रीफ को नुकसान पहुंचाने वाले 10 प्रतिबंधित रसायनों में से एक का भी इस्तेमाल करने वाला सनस्क्रीन प्रतिबंधित होगा। इसके बेचने या प्रयोग करने पर 1000 डॉलर का दंड का प्रावधान किया गया है।
- वैज्ञानिकों के अनुसार पर्यटकों द्वारा समुद्र में तैरते वक्त सनस्क्रीन से रसायन निकलता है जो कोरल रीफ को नुकसान पहुंचाता है।
वर्ष 2017 की रिपोर्ट में पलाऊ की जेलीफिश झील, जो कि यूनेस्को विश्व विरासत स्थल है, में सनस्क्रीन उत्पाद पाए गऐ थे। - एक अनुमान के अनुसार विश्व के महासागरों में प्रतिवर्ष 14,000 टन का सनस्क्रीन जमा होता है जिनका कोरल रीफ पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
- उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व हवाई मई 2018 में पहला अमेरिकी राज्य बना था जिसने ऑक्सीबेंजोन या ऑक्टीनोक्सेट नामक रसायन युक्त सनस्क्रीन की बिक्री को प्रतिबंधित किया था। हवाई में यह प्रतिबंध जनवरी 2021 में लागू होगा।