- जेनेवा स्थित विश्व आर्थिक मंच (WEF) के वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक (global energy transition index 2019) में, भारत 76वें स्थान पर है । विगत वर्ष के मुकाबले भारत की रैंकिंग में दो अंकों का सुधार हुआ है ।
- यह सूचकांक वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की फोस्टरिंग इफेक्टिव एनर्जी ट्रांजिशन रिपोर्ट का हिस्सा है।
- स्वीडन को सर्वोच्च रैंकिंग प्राप्त हुई है जबकि स्विट्जरलैंड, नॉर्वे और फिनलैंड दूसरे, तीसरे व चौथे स्थान पर है । यूके 7 वें, सिंगापुर 13 वें, जर्मनी 17 वें, जापान 18 वें और अमेरिका 27 वें स्थान पर है। एशियाई देशों में, मलेशिया 31 वें स्थान पर, श्रीलंका 60 वें, बांग्लादेश 90 वें और नेपाल 93 वें स्थान पर है।
- वार्षिक सूची में “ऊर्जा त्रिकोण” के आधार पर 115 देशों की ऊर्जा प्रणालियों का मापन किया गया है, जिसमें ऊर्जा सुरक्षा और पहुंच, आर्थिक वृद्धि और विकास, पर्यावरणीय सततता और भविष्य में सफल होने के लिए कितनी अच्छी प्रणाली है, शामिल हैं ।
- रिपोर्ट के अनुसार, भारत में प्रदूषण का उच्च स्तर है और इसकी ऊर्जा प्रणाली में अपेक्षाकृत उच्च CO2 गहनता है। हालांकि, भारत ने हाल के वर्षों में ऊर्जा पहुंच में सुधार के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं, और वर्तमान में विनियमन और ऊर्जा संक्रमण के प्रति राजनीतिक प्रतिबद्धता के क्षेत्र में अच्छा स्कोर प्राप्त किया है।