- बोटैनिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने हाल में ‘आर्किड्स ऑफ इंडियाः अ पिक्टोरियल गाइड’ (Orchids of India : A Pictorial Guide) प्रकाशित किया है जिसमें भारत की आर्किड्स (फूल वाला पौधा) प्रजातियों का पूरा खाका है। इस पुस्तक में आर्किड्स के बारे में निम्नलिखित सूचनाएं प्राप्त होती हैंः
- भारत में आर्किड्स की 1256 प्रजातियां पाई जाती है जिनमें 388 देशज (एंडेमिक)हैं। 388 देशज प्रजातियों में 128 पश्चिमी घाट में है।
- आर्किड्स की 1256 प्रजातियों में 155 पीढि़यों की हैं।
- भारत में आर्किड्स की सर्वाधिक 612 प्रजातियां अरुणाचल प्रदेश में पाई जाती है। इसके पश्चात 560 सिक्किम में पाई जाती है।
- भारत के 10 भौगोलिक जोन में ऑर्किड्स स्पेशीज के मामले में हिमालय सर्वाधिक समृद्ध है।
- आर्किड्स को साइट्स (Convention on International Trade in Endangered Species of Wild Fauna and Flora: CITES) के परिशिष्ट-2 में रखा गया है जिसका मतलब है किसी जंगली आर्किड्स का व्यापार वैश्विक स्तर पर प्रतिबंधित है।
- उल्लेखनीय है कि आर्किड्स को मुख्य तौर पर तीन जीवन रूपों में वर्गीकृत किया जा सकता हैः एपिफाइटिक (दूसरे पौधों पर उगने वाले पौधें), टेरेस्ट्रियल (जमीन पर उगने वाले) तथा माइकोहेटेरोट्रॉफिक (माइकोरहाइजल फंगस से पोषण प्राप्त करने वाला)। भारत में पाई जाने वाली प्रजातियों में 60 प्रतिशत यानी 757 प्रजातियां एपिफाइटिक, 447 टेरेस्ट्रियल तथा 43 माइकोहेटेरोट्रॉफिक है।
आर्किड्स समुद्री तल से 1800 मीटर की ऊंचाई तक प्राप्त होते हैं और ऊंचाई बढ़ने के साथ इनका मिलना कम हो जाता है।