- रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि हाथियों को रेल पटरियों से दूर रखने के लिए असम में लागू की गई मधुमक्खी ध्वनि प्रणाली योजना का देश के अन्य क्षेत्रों में विस्तार किया जाएगा।
- श्री गोयल ने कहा कि यह प्रणाली वर्ष 2017 में प्रयोग के तौर पर शुरू की गई थी।
- इसके तहत हाथियों को पटरियों से दूर रखने के लिए मधुमक्खियों की रिकॉर्ड की गई ध्वनि चलाई जाती है।
- श्री गोयल ने कहा कि यह प्रणाली बहुत सफल रही है और इसे अन्य क्षेत्रों में लागू किया जाएगा।
- श्री गोयल के अनुसार ये तंत्र फुलप्रुफ नहीं है। हाथियों को कांटेदार तारों से नहीं रोका जा सकता। इसलिए अधिक पारम्परिक तरीके अपना रहे हैं। वास्तव में ये जनजातीय क्षेत्रों के तरीके हैं और उनका दूसरे क्षेत्रों में भी विस्तार करना चाहते हैं।
- असम के रंगिया के डिविजनल रेलवे मैनेजर रविलेश कुमार ने यह परियोजना रेलवे ट्रैक पर हाथियों की मौत को टालने के लिए आरंभ में यह परियोजना आरंभ किया था।