- आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिला में 20 जनवरी, 2019 को तीन दिवसीय फ्लेमिंगो फेस्टिवल आरंभ हुआ।
- आंध्र प्रदेश के पुलिकट, सुलुरपेट्टा एवं नेल्लापट्टु में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष फ्लेमिंगो फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है।
- राज्य प्रशासन के अनुसार प्रतिवर्ष सर्दियों में प्रजनन के लिए विश्व के विभिन्न देशों से 150 पक्षी प्रजातियों की 90000 पक्षी पुलिकट झील के आसपास आती हैं। ये बेरिंग्टोनिया पेड़ों पर अपना घोसला बनाती हैं। एक बारे इनके चूजे उड़ सकने में सक्षम होने पर वापसे अपने घर लौट जाती हैं।
- उल्लेखनीय है कि पुलिकट झील, चिल्का झील के पश्चात खारे पानी का भारत में दूसरी सबसे बड़ी झील है।
- ये पक्षी नेलापट्टु में अपना घोसला बनाती है और वहां से 20 किलोमीटर दूर पुलिकट झील से आहार लेती हैं।
- फ्लैमिंगो फेस्टिवल वर्ष 2001 में आरंभ हुआ था और 2013 से इसका आयोजन व्यापक तौर पर होने लगा।