- छत्तीसगढ़ का राज्य प्राणी ‘जंगली भैंस’ की घटती संख्या को देखते हुए उसकी संख्या बढ़ाने हेतु असम से पांच मादा जंगली भैंस (female wild buffaloes-) लाने की घोषणा की गई है। इन पांच मादा जंगली भैंसों को रायपुर स्थित उदंती वन्यजीव अभ्यारण्य (Udanti Wildlife Sanctuary) में अक्टूबर 2019 में लाया जाएगा।
- संभवतः इन जंगली मादा भैसों को असम के काजीरंगा नेशनल पार्क से लाया जाना है। ये जंगली भैंसे पांच राज्यों से गुजरते हुए तथा 1500 किलोमीटर की दूरी तय कर उदंती पहुंचेंगी। भारत में यह सबसे लंबी ट्रांसलोकेशन होगी।
- उल्लेखनीय है कि अभ्यारण्य में केवल नौ भैंस बचे हैं जिनमें तीन मादा हैं। मध्य भारत में इन्हें पुनर्जीवन बहुत हद तक इस ट्रांसलोकेशन पर निर्भर करता है।
- बाद में इन भैंसों को सीमित क्षेत्र से बाहर जाने की भी छूट दी जा सकती है। राज्य के इंद्रावती नेशनल पार्क के 20 से 25 भैंसे पड़ोस में स्थित महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के कोलामार्का कंजरवेशन रिजर्व की ओर भी रूख कर लेती है।
जंगली भैंसा के बारे में
- यह वन्यजीव (सुरक्षा) एक्ट 1972 के तहत अनुसूची-1 में शामिल है।
- यह केवल भारत के अलावा नेपाल, पाकिस्तान, भूटान और थाईलै।ड में पाई जाती है।
भारत में यह असम एवं छत्तीसगढ़ में पाई जाती है परंतु इसे मेघालय एवं महाराष्ट्र में भी देखा गया है।