गैलापागोस द्वीप में विलुप्त कछुआ की 100 वर्ष पश्चात खोज

Image credit: Phys.org
  • वन्यजीव संरक्षकों ने गैलापागोस द्वीप समूह पर एक विशाल मदा कछुआ की खोज की है जिसे आज से 100 वर्ष पहले विलुप्त मान लिया गया था। इसकी खोज जीटीआरआई के निदेशक वाशिंगटन तापिया एवं गैलापागोस नेशनल पार्क के रेंजर्स ने की।
  • ‘फर्नान्डिना विशाल कछुआ’ (Fernandina Giant Tortoise), जिसे केलोनॉयडिस फैण्टास्टिकस (Chelonoidis phantasticus) भी कहा जाता है, को पश्चिमी प्रशांत स्थित फर्नान्डिना द्वीप पर खोजा गया है।
  • यह मादा कछुआ लगभग 100 वर्ष पुरानी है और इसे अंतिम बार वर्ष 1906 में देखा गया था।
  • केलोनॉयडिस फैण्टास्टिकस फर्नान्डिना द्वीप का स्थानिक कछुआ है और यह द्वीप निर्जन है।
  • उल्लेखनीय है कि गैलापागोस द्वीपसमूह (Galapagos Islands), जो कि प्रशांत महासागर में सक्रिय ज्वालामुखी द्वीप है, इक्वेडोर सरकार की संप्रभूता में है। यह द्वीप अपनी जैव विविधता के लिए विश्व प्रसिद्ध है और चार्ल्स डार्विन ने 1859 अपनी प्रसिद्ध पुस्तक ‘द ओरिजन ऑफ स्पेशिज’ भी इसी द्वीप पर लिखा।
  • गैलापगोसा द्वीप समूह पर 15 कछुआ प्रजाति पाई जाती हैं और फर्नान्डिना इन्हीें में से एक है।

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