- केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री हर्षवर्धन ने 10 जनवरी, 2019 को नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) का शुभारंभ किया।
- यह एक समयबद्ध राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम (National Clean Air Programme: NCAP) है जिसका क्रियान्वयन अखिल भारतीय स्तर पर किया जाएगा।
- इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वायु प्रदूषण को रोकना, नियंत्रित करना व कम करना है।
- इसके तहत देश भर में वायु गुणवत्ता निगरानी नेटवर्क में सुधार करना है।
- इस कायक्रम के तहत अगले पांच वर्षों में यानी वर्ष 2019 से प्रारंभ होकर वर्ष 2024 तक पीएम 2.5 स्तर एवं पीएम 10 स्तर में 20 से 30 प्रतिशत की कमी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए वर्ष 2017 को आधार वर्ष के रूप में अपनाया गया है।
- कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने कहा कि जहां शहर देश की 3 प्रतिशत भूभाग पर फैले हैं वहीं वे देश की जीडीपी में 82 प्रतिशत का योगदान करते हुए 78 प्रतिशत कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन करते हैं।
- एनसीएपी एक गतिशील कार्यक्रम है जिसमें वैज्ञानिक शोधों के साथ सुधार किया जाता रहेगा।
- देश के 102 नन-एटेनमेंट (Non Attainment) शहरों (जहां वायु प्रदूषण उत्सर्जन में नियमों का उल्लंघन किया जाता रहा है) में से 43 स्मार्ट सिटी भी शामिल हैं। इन शहरों में वायु प्रदूषण स्तर सुधार में स्मार्ट सिटी कार्यक्रम का भी उपयोग किया जाएगा।
- एनसीएपी को विभिन्न संबंध मंत्रालय से जोड़कर संस्थागत रूप दिया जाएगा।
- इस कार्यक्रम के तहत विश्व के प्रमुख संस्थानों के साथ भी साझीदारी की जाएगी।