- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के तत्वावधान में आयोजित जेनेवा सम्मेलन में विश्व के लगभग 180 देशों ने 11 मई, 2019 को खतरनाक अपशिष्टों के समुद्रपारीय प्रवाह पर बासेल कंवेंशन 1989 (Basel Convention on the Control of Transboundary Movements of Hazardous Waste) में संशोधन को स्वीकार किया।
- इस संशोधन के द्वारा इसमें प्लास्टिक को भी शामिल किया गया है।
- जिन 180 देशों ने इसे स्वीकार किया उनमें संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल नहीं है।
- चूंकि उपर्युक्त अभिसमय वैधानिक रूप से बाध्यकारी है इसलिए अभिसमय को स्वीकार करने वाले देशों को आवश्यक कदम उठाने होंगे।
- उपर्युक्त संशोधन से प्लास्टिक अपशिष्ट का वैश्विक व्यापार अधिक पारदर्शी और बेहतर नियंत्रित होगा।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक प्लास्टिक प्रदूषण आज खतरनाक रूप ले चुका है। - समुद्रों में आज 100 मिलियन टन प्लास्टिक पहुंच चुका है जिनमें 80 से 90 प्रतिशत का स्रोत जमीन है।